Sunita gupta

Add To collaction

बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ

बेटी पढ़ाओ _आगे बढ़ाओ पढ़ी-लिखी बेटी ,रोशनी घर की!
/////////////////////////////////////////////////////////////////////
आज भी हमारे देश में शिक्षा का स्तर इतना अच्छा नहीं है कि हम विकसित देश और शिक्षित देश के बराबर खड़े हो सके। क्योंकि कहीं-कहीं आज भी बेटों की अपेक्षा लड़कियों को कमतर आंका जाता है। और इतना शिक्षित नहीं किया जाता है कि वह लड़कों के बराबर खड़ी हो सके जबकि शिक्षा का अधिकार सभी को बराबर है कहीं-कहीं तो छोटी-छोटी बच्चियों से घर का काम भी करवाया जाने लगता है। वह पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाती और परिवार के लोग भी नहीं चाहते कि बेटी पढ़ाई करें क्योंकि वह घर के काम में हाथ बताने लगती है आज समाज में बेटी को भी बेटों के बराबर लाने की महती आवश्यकता है। क्योंकि एक विकसित समाज और विकासशील देश की परिकल्पना तभी संभव है जब हमारे देश में लड़की लड़का एक समान शिक्षा पाएंगे और शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति करेंगे वैसे हमारे देश में नारी पीछे नहीं रही है इतिहास गवाह है कि भारत देश में नारी को अग्रणी स्थान दिया गया है जैसे दुर्गा माता संतोषी माता सीता माता जी आदि नए भारत में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी पाटिल कल्पना चावला सानिया मिर्जा मैरी कॉम और न जाने कितनी महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना नाम किया है फिर भी जिस स्तर पर महिलाओं को शिक्षित होना चाहिए कहीं ना कहीं कमी रह जा रही है हम सबको अभी से एक ही एक संकल्प लेना पड़ेगा कि हम घर के और खर्चों में कटौती कर लेंगे अपना काम स्वयं कर लेंगे मगर अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा दिलाने में कोई कमी नहीं रहने देंगे कितनी भी परेशानी सह लेंगे लेकिन अपनी बेटियों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने देंगे और अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलवा एंगे।
अगर बेटियां शिक्षित और पढ़ी लिखी होंगी तो जिस घर में बहू बनकर जाएगी वहां भी अपनी विद्वता का परिचय देगी और अगर उस घर में कोई कमी होगी तो एक शिक्षित बेटी भी उस घर को भी स्वर्ग बना देगी हमारा नैतिक कर्तव्य बनता है कि एक अच्छी बहू की चाहत है तो एक अच्छी शिक्षित पढ़ी लिखी लड़की घर से ही बनानी होगी आज के परिवेश में हर क्षेत्र चाहे राजनीतिक औद्योगिक दृष्टि खेलकूद होगी की डॉक्टरी आदि में नारी को बराबरी की हिस्सेदारी तभी दी जा सकती है जब लड़कियां पढ़ लिख कर हर विभाग के काबिल होंगे हम जैसे धार्मिक मान्यताओं की देवियों की पूजा अर्चना करते हैं वैसे ही हमें आधुनिक युग की बहन बेटियों को भी अपनी मां बहन के बराबर इज्जत देनी होगी और समझना होगा कि हर नारी हमारी मां बहन बेटी की तरह से है।
भारत देश में प्राचीन मान्यता रही है कि पावन है इस देश की माटी तपोभूमि हर ग्राम है। हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा बच्चा राम है। एक सुदृढ़ विकसित शिक्षित मजबूत भारत बनाना है तो बेटियों को अच्छी शिक्षा दीक्षा देनी ही होगी।
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर उत्तर प्रदेश

   15
7 Comments

Palak chopra

03-Nov-2022 03:06 PM

Shandar 🌸

Reply

Teena yadav

02-Nov-2022 06:04 PM

Shandar

Reply

Haaya meer

02-Nov-2022 05:14 PM

Amazing

Reply